Board Exam New Rules: 10वीं और 12वीं में फेल अभ्यर्थियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है 10वीं और 12वीं में फेल होने वाले छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं नई स्कीम के अंतर्गत इन्हें न एप्स स्टूडेंट कहा जाएगा और ना ही इनके सर्टिफिकेट पर कहीं खेल लिखा होगा।
बोर्ड परीक्षा पास न करने वाले छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है अब उन्हें फेल होने की स्थिति में भी फिर से स्कूल में एडमिशन मिल जाएगा और नियमित छात्र की तरह ही माना जाएगा उनके लिए अलग से खास व्यवस्थाएं भी की जाएगी और रेगुलर स्टूडेंट की भांति क्लास अटेंड करने को भी मिलेगी शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस पर विचार किया जा रहा है शिक्षा मंत्रालय की इस नई स्कीम से फेल होने होने के बाद छात्र पढ़ाई छोड़ देते हैं तो बता दें अब उन्हें पढ़ाई छोड़ने की आवश्यकता नहीं है होगी।
क्या है फेल छात्रों की नई योजना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिक्षा मंत्रालय जल्द ही इस बारे में नियम ला रहा है यह नियम भारत के सभी राज्यों के लिए जारी किए जाएंगे नई स्कीम के अंतर्गत 10वीं और 12वीं में फेल होने वाले सभी छात्रों को रेगुलर स्टूडेंट की तौर पर ही स्कूल में दाखिला दिया जाएगा और उन्हें रेगुलर छात्र की तरह ही सुविधा मिलेगी एक्स स्टूडेंट की तरह उनके साथ व्यवहार नहीं किया जाएगा।
दोबारा मिलेगा मौका
इस स्कीम के अंतर्गत मुख्य बात यह है कि जब भी छात्र अगले साल परीक्षा पास कर लेते हैं तो इनके सर्टिफिकेट पर कहीं यह नहीं लिखा होगा कि इन्होंने कितने प्रयास में परीक्षा पास की है या वह 1 साल परीक्षा में फेल हो चुके हैं फेल होने पर पढ़ाई छोड़ देने वाले छात्रों की संख्या में इस स्कीम से कमी आएगी।
योजना में 12वीं तक के छात्रों पर रखी जाएगी नजर
एजुकेशन मिनिस्टर की ओर से ऐसे सभी छात्रों पर नजर रखी जाएगी जो फेल होने के बाद दोबारा पढ़ाई करेंगे क्योंकि फेल होने के बाद छात्र स्कूल नहीं जाना चाहते और बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं तो इन सभी छात्रों पर नजर रखी जाएगी अगर छात्र स्कूल नहीं आना चाहते तो उन्हें ओपन स्कूल जैसे ऑप्शन को भी चुनने का मौका मिलेगा।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य
शिक्षा मंत्रालय द्वारा देखा गया कि प्रत्येक वर्ष करीब 46 लाख स्टूडेंट 10वीं और 12वीं में फेल हो जाते हैं और इनमें से अधिकतर पढ़ाई छोड़ देते हैं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2022 में फेल होने वाले 50% से अधिक छात्रों ने कहीं दाखिला ही नहीं लिया और अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और अन्य काम करने लग गए।